गोबर से ब्राउन गोल्ड तक: गांव वाले कैसे चुपचाप ₹400 करोड़ के ग्लोबल बाज़ार में कूद पड़े हैं
जिसे हम कचरा समझते हैं, वही आज “ब्राउन गोल्ड” बन चुका है। अरब देशों जैसे कुवैत और ओमान भारत से ₹400 करोड़ का सूखा गोबर खरीद रहे हैं – वो भी सिर्फ खजूर की खेती के लिए। जब सरकार ₹3 किलो में गोबर खरीद रही है, कुछ ग्रामीण उद्यमी इसे ब्रांड करके ₹50 किलो में विदेश भेज रहे हैं। इस ब्लॉग में जानिए कैसे आप भी घर बैठे इस जैविक संपत्ति को कमाई में बदल सकते हैं – बिना किसी बड़ी मशीनरी या पूंजी के।