महाकुंभ नगर के डीएम विजय किरन आनंद ने बताया कि सेक्टर मजिस्ट्रेट को जांच के लिए निर्देश दिए हैं। प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण सिलेंडर फटना मालूम पड़ रहा है। सिलेंडर कैसा था, क्या क्वालिटी थी, इसकी जांच की जाएगी। इसके बाद दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। जांच कमेटी 2 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।

Fire in Maha Kumbh: महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 19 में आग लगने के बाद मेला प्रशासन ने जांच कमेटी गठित कर दी है। साथ ही दो दिन में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। सेक्टर 19 के सेक्टर मजिस्ट्रेट शिवेंद्र वर्मा से पूरी घटना की सूची तैयार करने के लिए कहा है। डीएम महाकुंभ नगर विजय किरन आनंद ने बताया कि सेक्टर मजिस्ट्रेट को जांच के लिए निर्देश दिए हैं। प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण सिलेंडर फटना मालूम पड़ रहा है। सिलेंडर कैसा था, क्या क्वालिटी थी, इसकी जांच की जाएगी। जिसके बाद दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं जिलाधिकारी महाकुंभ नगर ने बताया कि दो से तीन दिन के भीतर शिविर तैयार करने के लिए कहा गया है। इसी दौरान शिविर तैयार करके लोगों को रहने के लिए जगह दी जाएगी। सभी को उसी जगह पर आवासित कराया जाएगा।
दूसरे बने मददगार
कुटिया राख होने से जो लोग बिना छत हो गए उनके मददगार अन्य कल्पवासी बने। गीता प्रेस ने अपने साथ वालों को अन्य शिविर में जगह दी। वहीं, पीड़ितों को दूसरे कल्पवासियों ने अपने शिविर में ठहरने का मौका दिया। यही इस महाकुम्भ का मेला है जो अनजान लोगों में रिश्ता कायम कर देता है। कल्पवासियों ने अपने साथियों का पूरा ध्यान रखा।
विभूति एक्सप्रेस 20 मिनट रोकी
महाकुंभ नगरी में रविवार को गंगा किनारे आग लगने की घटना से रेलवे के अफसर सतर्क हो गए। गंगा पर बने रेलवे पुल के नीचे आग की लपटें उठने के कारण रेलवे ने सतर्कता बरतते हुए विभूति एक्सप्रेस को 20 मिनट तक रोके रखा।
आग लगने के दौरान नए रेलवे पुल से मालदा एक्सप्रेस गुजर रही थी। हालांकि, आग और पुल के बीच काफी दूरी थी, लेकिन संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए रेलवे कंट्रोल रूम को तुरंत सूचना दी गई। रामबाग रेलवे स्टेशन से शाम 425 बजे प्रस्थान करने वाली विभूति एक्सप्रेस को आग की स्थिति स्पष्ट होने तक रोक दिया गया।
जब आग पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया, तब शाम 448 बजे ट्रेन को रवाना किया गया। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता अशोक कुमार ने बताया कि आग पर काबू पाने के बाद विभूति एक्सप्रेस को सुरक्षित रूप से गुजारा गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रेलवे ट्रैक को कोई खतरा नहीं हुआ।