अंतरिक्ष (Space) की बात होते ही सुनीता विलियम्स का नाम जेहन में आता है. भारतीय मूल की सुनीता पिछले काफी समय से चर्चा में हैं. सुनीता 5 जून को अंतरिक्ष में गई थीं. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से अमेरिका के दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर को अंतरिक्ष भेजा गया था, नासा उनको फरवरी 2025 तक धरती पर वापस ला सकता है. एस्ट्रोनॉट का करियर बहुत ही रोमांचक और चुनौतियों भरा होता है, जो सबके बस की बात नहीं. अगर आप भी नासा में एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं तो जानिये कैसे बना जा सकता है एस्ट्रोनॉट? और उनकी सैलरी क्या होती है.
एस्ट्रोनॉट की सैलरी
रिपोर्ट्स के अनुसार नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी नागरिक कर्मचारियों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले जनरल सर्विस (जीएस) वेतनमान पर भुगतान किया जाता है. 2024 जीएस दरों के अनुसार $84,365 (भारतीय रुपये में 7079910 रुपये) से $115,079 (9657429 रुपये) तक सैलरी है. हालांकि, नासा की वेबसाइट पर 2024 के अंतरिक्ष यात्री वेतन को 152,258 डॉलर (भारतीय रुपये में 1,27,75,968.78 रुपये) प्रति वर्ष सूचीबद्ध किया गया है.
NASA में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए क्या क्वालिफेशन होनी चाहिए
NASA में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से STEM क्षेत्र में मास्टर डिग्री होनी जरूरी है,इसमें इंजीनियरिंग, जैविक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान या गणित विषय होना चाहिए. डिग्री पूरी होने के बाद कम से कम तीन साल का संबंधित क्षेत्र में अनुभव या पायलट-इन-कमांड के रूप में 1,000 घंटे बिताए हों.
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए ये गुण हैं जरूरी
अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवारों में नेतृत्व, टीमवर्क और संचार कौशल के साथ नासा की लंबी अवधि की उड़ान के लिए शारीरिक परीक्षण पूरा करना होता है. हालांकि यह थोड़ा मुश्किल होता है. समझ-बूझ और धैर्य के साथ इसे पूरा किया जा सकता है.
यात्री चयन बोर्ड करता है आवेदनों की समीक्षा
NASA का अंतरिक्ष यात्री चयन बोर्ड हर उम्मीदवार की योग्यता का मूल्यांकन करता है. उनकी समीक्षा करता है और फिर बोर्ड सबसे उच्च योग्यता वाले उम्मीदवारों के एक छोटे समूह को ह्यूस्टन, टेक्सास में NASA के जॉनसन स्पेस सेंटर में साक्षात्कार के लिए बुलाता है.
चुने जाने के बाद दोबारा होता है इंटरव्यू
इंटरव्यू देने वाले कैंडिडेट में से लगभग आधे को दूसरे इंटरव्यू के लिए फिर बुलाया जाता है. उस समूह से, NASA के नए अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवारों को चुना जाता है.
चुनने के बाद होती है दो साल की ट्रेनिंग
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए चुनने के बाद अगले दो साल अंतरिक्ष यात्री कौशल जैसे कि अंतरिक्ष में चलना, अंतरिक्ष स्टेशन का संचालन करना, T-38 जेट विमान उड़ाना और रोबोटिक हाथ को नियंत्रित करना सीखते हैं.